विक्रेता या उत्पादकर्ता से यह सवाल पूछे जाने पर जवाब मिलता है, “ठीकठाक है, चलता रहता है, कुछ महीनो से मार्केट मंदा है।” कहीं कहीं जवाब मिलता है, चार-पाँच महीने से बाजार थोड़ा ठंडा था, अभी थोड़ा सुधरा है।
बात वुड इंडस्ट्री की है। परिस्थिति कुछ आशा-निराशा के बीच झोला खाती हुई नजर आ रही थी, लेकिन हकीकत में स्थिति ऐसी है ? यह सवाल भी बारबार उठता है। देश की इकोनॉमी अच्छे ग्रोथ के संकेत दे रही है तब यह सवाल उठना भी एक ओर सवाल खड़ा कर देती है।
जीवन में, व्यापार-उद्योग में उतार-चढ़ाव तो आते रहते है और यह बात, इंडस्ट्री वाले भी अच्छी तरह से जानते है। परिस्थिति के प्रति इन्सान का रवैया या सोच कैसी है उस पर परिणाम के मापदंड लगाये जाते है। हमने जो भी काम हाथ पर लिया है, जो भी काम हम करने जा रहे है वो हम सफलता पाने के लिए ही कर रहे है और उस काम के प्रति हमारी सोच और कर्तव्यता सकारात्मक होनी चाहिए, नहीं की नकारात्मक।
“अच्छा है, ठीक है और अच्छा नहीं है” यह शब्द अगर बाहरी दिखावे के लिए है तो ठीक है लेकिन अंतरभावना सकारात्मक और सफलता पाने की और दृढ़ या मजबूत होनी चाहिये। हो शके तो ऐसी विचार प्रस्तुति या शब्दों से दूर रहना चाहिए। आपने जो भी काम हाथ में लिया है वह श्रेष्ठ करने के लिए ही लिया है, सोच-समजकर निर्णय लिया है और उसमें आपको जरूर सफलता मिलनी है और मिलेगी यह सकारात्मकता आपको बड़ी सफलता पाने में जरूर सहायक सिद्ध होगी। यह विचारधारा, आपको कठिनाइयां और प्रश्नो को हल करने के लिए शक्ति या जोश प्रदान करती है
सकारात्मकता के दो अहम चिन्ह है, एक तो यह समस्या कैसे, क्यूं और कहाँ से शुरु हुई, और दूसरा, इसका इलाज क्या है और कैसे करना है, जब इन दो बातो पर इंसान सकारात्मकता से विचार और उपाय करता है तो वह सफलता की दिशा में आगे बठता है।
कोरोनाकाल और उसके बाद विश्व में आबादी के बड़े वर्ग के लोगो में नकारात्मक विचारो में वृद्धि हुई है और असलामती की भावना से भी पीड़ित हुए है। लेकिन सकारात्मक सोच हमें बहुत सहायक होगी।
वुड इंडस्ट्री ने पिछले दशकों में विकासवृद्धि के कई कीर्तिमान स्थापित किये है, हमारी कार्यक्षमताओं पर हमें कभी संदेह भी नहीं है लेकिन आगे हमारा लक्ष्य बड़ा है, जिसे हमें सिद्ध करना है। एक सफल बिजनेशमेन के नाते इसे भी हम सिद्ध करके रहेंगे बस हमें इसके लिए लोंग टर्म प्लानिंग (दीर्धकालीन योजना) पर काम करना है।
हमारे पाठको को हमारी शुभकामनाएँ।